September 23, 2024

“भारत” शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। भा और रत!”भा” अर्थात् ज्ञान रूपी रोशनी (प्रकाश) और “रत”अर्थात् लगातार (रमा) हुआ!

लेखिका निधि शर्मा योगाचार्य हैं वे योग और आध्यात्म पर लंबे समय से काम कर रही हैं।
एक्सपोज़ टुडे।
भारत देश का नाम जैसे ही किसी भी भारतीय नागरिक के कानों में पड़ता है तो उसका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है क्योंकि ऐसा देश जो “असंख्य” “सभ्यताओं”, “मान्यताओं” “मर्यादाओं” से मिलकर बना है और हमारा भारत ही एक ऐसा देश है जिसकी संस्कृति ऐसी है कि जो हर नई संस्कृति को अपनाती है यानी कि “विस्तार” हमारे भारत की “संस्कृति” का मुख्य “अंग” रहा है, जिस तरह से “प्रकृति”, “ध्यान”, “योग” हर पल विस्तारित होते हैं! उस तरह ही “भारतीय संस्कृति” पूरी तरह से हर दिन नवीन होती जा रही है! अब इस “महान भारत” के शब्द की महत्वता के अर्थ को समझते हैं- “भारत” शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। भा और रत!”भा” अर्थात् ज्ञान रूपी रोशनी (प्रकाश) और “रत”अर्थात् लगातार (रमा) हुआ! अत: भारत का अर्थ हुआ :-वह भूमि जिसका हर निवासी ज्ञान की खोज में रमा हुआ हैं! तो ऐसे देश और धरा पर हम रहते हैं! गर्व से कहे भारत माता की जय हो
Written by XT Correspondent