एक्सपोज़ टुडे,इंदौर।
शहर के पूर्वी क्षेत्र की से एक कॉलोनी तुलसी नगर मूलभूत आवश्यकताओं, समस्याओं को लेकर पांच साल से संघर्ष कर रहा है लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन की अनदेखी से समस्याएँ जस की तस हैं। शासन और प्रशासन की उपेक्षा के चलते गणतंत्र दिवस के पर रहवासियों ने नगर निगम चुनाव में सामूहिक रूप से अपने मताधिकार का उपयोग नहीं करने का निर्णय लिया है। इस की घोषणा कॉलोनी के रहवासियों ने सरस्वती मंदिर प्रांगण में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान की।
श्री तुलसी सरस्वती सोशल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष राजेश तोमर, सचिव शिव बहादुर सिंह, प्रवक्ता केके झा और संजय यादव ने कहा कि नगर निगम परिषद के कार्यकाल के पांच साल बीत जाने के बाद भी तुलसी नगर में एक भी विकास कार्य नहीं किया गया है। कॉलोनी के रहवासी पिछले पांच साल से नियमित रूप से संपत्ति एवं अन्य करों का भुगतान कर रहे हैं। तुलसी नगर एवेन्यू और बी-सेक्टर के अधिकांश रोड कच्चे हैं और इनकी हालत गांवों की मिट्टी की कच्ची सड़कों से भी बदतर है। बारिश के मौसम में इन सड़कों पर चलना जान को जोखिम में डालने के बराबर है।
तुलसी नगर की मेन रोड के साथ-साथ ए और सी सेक्टरों की पक्की सड़कें भी लगभग घटिया निर्माण के कारण ध्वस्त हो चुकी है। नगर निगम के जनप्रतिनिधियों की से परेशान होकर कॉलोनी के रहवासी अपने खर्चें से रोड बनाने के लिए मजबूर हैं। कॉलोनी की स्थापना के समय डाली गई पाइप लाइन अधिकांश जगहों से टूट चुकी है। इस क्षेत्र का मुख्य नाला जो तुलसी नगर कॉलोनी से गुजरता है, उसकी दीवार कई सालों से अतिवर्षा के कारण टूट पड़ी हैं। नगर निगम और स्थानीय प्रतिनिधियों को इस बारे में कई बार बताया जा चुका है पर स्थिति जस की तस है।
यही स्थिति साफ-सफाई की है। नगर निगम का अमला सारे शहर में सफाई कार्य में लगा है पर तुलसी नगर में सरस्वती मंदिर परिसर के बाहर की सड़क को छोड़ और किसी भी सेक्टर में सफाई कर्मी नजर नहीं आते। इसी तरह तुलसी नगर के नियमितीकरण का मामला भी कई सालों से अटका पड़ा है। अब नया कानून बना कर तुलसी नगर और इसके जैसी अन्य कॉलोनियों के नियमितीकरण का प्रलोभन दिया जा रहा है, लेकिन यह कानून कितने दिनों में बनेगा। इसकी कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। कॉलोनियों के रहवासियों ने कहा कि सरकारी तंत्र एवं जन प्रतिनिधियों का तुलसी नगर के नियमितीकरण और विकास के प्रति अनदेखी का रवैया है। कॉलोनी के रहवासियों ने आगामी नगर निगम चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने का सामूहिक निर्णय लिया है।