एक्सपोज़ टुडे।
मोबाइल एप के जरिये पर्सनल लोन निकालकर ठगी करने वाले ठगी करने वाले धनी एप के दो मैनेजरों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ़्तार किया है। ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी को लगातार इस तरह से ठगी की शिकायत मिल रही थी उन्होंने एडिशनल एसपी क्राइम राजेश डंडोतिया को कार्रवाई के निर्देश दिए। क्राईम ब्रांच द्वारा धनी एप कंपनी के ऑफिस पर दबिश देकर धोखाधड़ी करने वाले एप कंपनी के एरिया मैनेजर व सहायक एरिया मैनेजर को हिरासत मे लिया गया। हिरासत में लिये गये व्यक्तियों से पुलिस टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है जिससे अन्य धोखाधड़ी की वारदातों के खुलासा होने की संभावना है।
मामला इस प्रकार है
एक व्यक्ति ने आवेदन पत्र दिया था जिसमें उसके नाम से धनी एप के जरिये लोन निकालने तथा कंपनी की बसूली टीम द्वारा रूपये जमा कराने के लिये दबाब बनाये जाने की शिकायत की गई। जांच के दौरान क्राईम ब्रांच की सायबर टीम को पता चला कि अन्य सात आवेदकों द्वारा भी धनी एप के जरिये लोन निकाल कर धोखाधड़ी करने की शिकायत की गई है। आवेदक द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा कोई लोन नही लिया गया परन्तु जब स्थानीय रिकवरी टीम द्वारा उन पर लोन की रकम जमा कराने के लिये संपर्क किया गया तब उनको उनके साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला।एडिशनल एसपी क्राइम राजेश डंडेतिया ने डीएसपी क्राइम
रत्नेश सिंह तोमर तथा नागेन्द्र सिंह सिकरवार को कार्रवाई के निर्देश दिए इसके बाद थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरी0 दामोदर गुप्ता के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच की सायबर टीम को उक्त शिकायत की जांच हेतु लगाया गया। क्राईम ब्रांच की सायबर टीम द्वारा शिकायत में दिये गये तथ्यों का तकनीकि विश्लेषण किया गया।
कर्मचारी ही कर रहे थे ठगी
तकनीकि साक्ष्य के आधार पर क्राईम ब्रांच की सायबर टीम को पता लगा धोखाधड़ी की शिकायतों में धनी एप के स्थानीय कर्मचारियों द्वारा लोन न लेने वाले अन्य लोगों के दस्तावेजों का उपयोग कर एप के माध्यम से रकम निकाल कर आवेदको के साथ धोखाधड़ी का गई है। उक्त साक्ष्यों के आधार पर थाना क्राईम ब्रांच में धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।