एक्सपोज़ टुडे, इंदौर।
बच्चा वेंटिलेटर पर है और उसे मां की ज़रूरत है। लेकिन माँ पास में नहीं। मां किसी अपराध में जेल में बंद है। नानी ने कलेक्टर से गुहार लगाई की नाती वेंटिलेटर पर है उसे जेल में बंद मां से मिलवा दो।
कलेक्टर मनीष सिंह ने आदेश दिया और बीमार बेटे को कुछ पल के लिए मां मिल गई। कलेक्टर सिंह के आदेशानुसार आज 8 माह के बच्चे को उसकी माँ से मुलाकात कराई गई , मानवीय आधार पर करवाई गई इस मुलाकात के उपरांत मां को फिर से जेल में दाखिल करा दिया गया . कलेक्टर की सहायता और मानवता के प्रति संवेदनशीलता का ये एक और उदाहरण है .दरअसल 8 महीने के मासूम रणवीर यादव का इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है और वो वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। अपनी मां की एक झलक और उसकी बेबस ममता को पाने के लिए तरस रहा था , उसकी मां सलाखों के पीछे अवैध शराब बेचने के मामले में बंद है। रणवीर के पास अभी सिर्फ उसकी नानी है। अपने पोते के लिए नानी ने जिला न्यायालय, शासन-प्रशासन से गुहार लगाई कि उसकी मां को एक बार उसके बेटे से मिलवा दो। जिसके चलते कलेक्टर ने आज ये मुलाकात करवाई।