June 1, 2025

त्वरित टिप्पणी देने वाले “नरेंद्र” खुद के लिए क्यों न ले पाए त्वरित निर्णय?

त्वरित टिप्पणी देने वाले “नरेंद्र” खुद के लिए क्यों न ले पाए त्वरित निर्णय ? 
लेखक प्रवीण कक्कड़ पूर्व पुलिस अधिकारी हैं और पूर्व मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी रहे हैं। 

Xpose Today News 
अपनी प्रखर वाणी और मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाने वाले नरेंद्र सलूजा आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके अंतिम संस्कार में उमड़ी अश्रुपूर्ण भीड़ उनके प्रति लोगों के गहरे स्नेह और सम्मान की साक्षी थी। नरेंद्र भाई की एक अद्भुत कला थी – हर विषय पर उनकी त्वरित और सटीक टिप्पणी। आज, हर किसी के मन में एक ही सवाल घूम रहा था: हर मामले पर त्वरित टिप्पणी देने वाले नरेंद्र खुद के स्वास्थ्य के लिए त्वरित निर्णय क्यों नहीं ले पाये। जो व्यक्ति हर परिस्थिति पर तुरंत अपनी राय रखता था, वह स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति इतनी लापरवाही क्यों बरत गया?
पिछले दो-तीन दिनों से नरेंद्र भाई अस्वस्थ महसूस कर रहे थे, लेकिन उन्होंने इस बात को अनदेखा किया और अपने कार्यों में व्यस्त रहे। उनकी यही छोटी सी भूल आज हमसे उस हंसमुख चेहरे को छीन ले गई। उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों के लोगों की उपस्थिति उनके विशाल और गहरे व्यक्तिगत संबंधों का प्रमाण थी। यह उनके व्यक्तित्व का ही जादू था कि आज उनकी अंतिम विदाई पर उनके सहयोगियों के साथ-साथ उनके प्रतिद्वंद्वियों की आँखें भी नम थीं।
उनका यह असामयिक निधन हम सभी के लिए एक गहरा आघात है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति दें।
ॐ शांति।🙏🏻
Written by XT Correspondent