देवास। देवास जिले के एक गाँव में लोगों ने शराब से तौबा कर ली है। इस गाँव के लोग हर साल करीब 15 लाख रूपए की शराब पी जाया करते थे। पाबंदी लगने के बाद अब किसी ने शराब पीने की कोशिश भी की तो उससे भारी भरकम जुर्माना वसूला जाएगा।
ग्रामीण विष्णु धाकड़ के मुताबिक घट्टिया कला गांव में प्रतिदिन औसतन 4000 रुपए की शराब पी जाती है। जिसका वर्ष भर का खर्च लगभग 14-15 लाख आता है। अब यह पैसा परिवारों में बच्चों की पढ़ाई तथा अच्छे काम में लगेगा।
पीपलरावाँ थाने के टी आई वर्मा ने बताया कि इस गांव का नाम घटिया है, किंतु यहां के लोगों ने बढ़िया काम किया है।उन्होंने गाँव को शराबबंदी की शपथ दिलाते हुए कहा कि
यहाँ के लोग जागरूक और बढ़िया है, जिन्होंने शराबबंदी का साहसिक और सराहनीय निर्णय लिया है।यह निर्णय अन्य गांवो के लिए प्रेरणास्पद होगा।
दयालबाई बैसवाल ने बताया कि गांव के युवाओं में शराब का चलन बढ़ रहा था। इस फैसले से घरेलू हिंसा, पैसे की तंगी सहित अन्य समस्याओं से राहत मिलेगी।
सरपंच महेश धाकड़ बताते हैं कि शराबबंदी के सामाजिक निर्णय को पंचायत स्तर पर प्रस्ताव पारित कर नशा मुक्त गांव बनाने का प्रयास करेंगे।गांव में शराब बिक्री पर रोक लगाएंगे।
घटिया कला के राम मंदिर में शराबबंदी की बैठक में पुलिस ने भी ग्रामीणों को इस निर्णय में हर संभव मदद का भरोसा देते हुए नशामुक्ति की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर वसूली पटेल जयेंद्रपाल सिंह,ओमप्रकाश बेसवाल,विष्णु धाकड़,मनीष धाकड़, अर्जुन धाकड़,अखिलेश, राहुल,नर्मदा बाई सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं महिलाएं उपस्थित थी।