एक्सपोज़ टुडे, इंदौर।
इंदौर के राऊ में रहने वाले एक युवक ने घर में काम करने वाली की नाबालिग भांजी के साथ साल भर तक दुष्कर्म किया। मुंबई के भांडुप पुलिस थाने में आरोपित के खिलाफ प्रकरण हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिग आरोपी के घर पर काम करने जाती थी। लाकडाउन के दौरान नाबालिग आरोपी के घर में रही। जहां उसे धमकाकर आरोपी ने संबंध बनाए। उसे फिलहाल सात माह का गर्भ है। मुंबई से प्रकरण राऊ थाने को सौंपा गया है।
शुक्रवार को मुंबई के भांडुप पुलिस थाने में नाबालिग की बहन ने शिकायत दर्ज कराई और बताया कि नाबालिग के माता पिता उसे बचपन मे ही मौसी के पास छोड़ कर चले गए थे।तब से वह मौसी और उसके परिवार के साथ ही राजेंद्र नगर में किराये के घर में रहती है।
जहां पीड़ित के मौसा सब्जी-फल का ठेला लगते है और मौसी घरों में झाड़ू-बर्तन करती है। अकसर मौसी अपना हाथ बांटने के लिए नाबालिग को भी अपने साथ लेकर जाती है। पीड़िता की मौसी ,शोभा पति शैलेंद्र तिवारी निवासी राऊ स्थित रायल कृष्णा बंगलो के यहां पिछले चार साल से काम कर रही है।शैलेन्द्र तिवारी बिलासपुर NHAI में इंजीनियर है।
लॉकडाउन के दौरान शोभा की तबीयत बिगड़ने लगी।जिसके कारण उन्होंने नाबालिग को खुद की देखभाल के लिए घर मे ही रख रखा था।
जहाँ पर उसका 22 वर्षीय बेटा नित्यराज उसके साथ ज्यादती करता रहा।मौसी किसी कारण पीड़िता को देखने नही जा पायी।लेकिन जब उसने पीड़िता को देखा तो उसके होश उड़ गए।नाबालिग को गर्भवती देख उसकी मौसी ने आरोपी के परिवार से विवाद किया।तो आरोपी की माँ ने उन्हें डराया धमकाया और चुप चाप गर्भपात कराने का दबाव बनाया।
चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर राहुल गोठाने के अनुसार, पीड़िता की मौसी का बेटा खत्म हो गया था, जिस कारण से वह किशोरी से मिलने नहीं जा पा रही थी।
अगस्त में जब मौसी किशोरी से मिलने पहुंची तो उसकी हालत देखकर वह तिवारी परिवार पर बिफर गई। इस दौरान तिवारी परिवार ने 600 देकर कहा कि किशोरी को गोली खिला देना, उसका अबॉर्शन हो जाएगा।
परिवार ने पीड़िता को डराया धमकाया। मौसी कुछ दिनों पहले द्वारकापुरी थाने भी पहुंची थी, लेकिन तिवारी परिवार के दबाव में वह FIR दर्ज नहीं करा पाई। तिवारी परिवार के कहने पर वह नाबालिग को अबॉर्शन कराने मुंबई चली गई। थाने में मौजूद किसी ने इस घटना की चाइल्ड लाइन को शिकायत की। तब जाकर मामला सामने आया।
शनिवार जिला कोर्ट में किशोरी के बयान हुए। अहम बात यह कि किशोरी का अबॉर्शन किया जा सकता है या नहीं, दूसरा यह कि इसके लिए डॉक्टरों के ओपिनियन के साथ कोर्ट से अनुमति लेनी होगी। अभी उसे एक शेल्टर हॉउस में रखा गया है।वही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।