एक्सपोज़ टुडे, भोपाल।
कमला नेहरू अस्पताल में आग लगने की घटना से बच्चों की मृत्यु के बाद सरकार एक्शन मोड में है। पूरे मामले पर जांच बैठाते हुए एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी मोहम्मद सुलेमान को जांच सौंपी गई है।
राजधानी परियोजना प्रशासन के उपयंत्री अवधेश भदौरिया को निलंबित कर दिया है। वहीं, गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन जितेंद्र शुक्ला के साथ हमीदिया कॉलेज के अधीक्षक डा. लोकेंद्र दवे और कमला नेहरू अस्पताल के संचालक केके दुबे को पद से हटा दिया गया है।प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल में सोमवार रात नवजात शिशु वार्ड में लगी आग की घटना के दो दिन बाद सरकार ने चार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री द्वारा पूरे मामले की उच्चस्तरीय समीक्षा करने के बाद यह निर्णय लिया गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि फायर सेफ्टी आडिट पूरे प्रदेश में 10 दिन के भीतर कराया जाएगा। कलेक्टर पूरे मामले की स्वयं निगरानी करेंगे। चिकित्सा शिक्षा विभाग अब स्वयं अपने भवनों के रखरखाव का काम करेगा इसके लिए सिविल विंग की स्थापना की जाएगी। वहीं, कमला नेहरू अस्पताल के रखरखाव का काम राजधानी परियोजना प्रशासन से तत्काल प्रभाव से वापस लेकर लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है।
हमीदिया अस्पताल में आग की घटना की उच्च स्तरीय जांच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान को सौंपी थी। घटना की जांच के लिए सुलेमान मंगलवार को हमीदिया अस्पताल पहुंचे थे और उन्होंने घटना के लिए प्रारंभिक कारण वेंटिलेटर में शॉर्ट सर्किट होना बताया था। उन्होंने घटना में किसी डॉक्टर के सीधे तौर पर दोषी होने से भी इनकार किया था।
इसके अगले दिन आज बुधवार को गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन जीतेन्द्र शुक्ल, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ लोकेन्द्र दवे , कमला नेहरू अस्पताल के संचालक के के दुबे को उनके पद से हटाया दिया गया । इसके अलावा राजधानी परियोजना की विद्युत शाखा के उपयंत्री अवधेश भदौरिया को निलंबित किया गया है।