बड़वानी/धार। नर्मदा घाटी में डूब प्रभावित गाँव में लगातार बढ़ रहे जल स्तर से तबाही मची हुई है। प्रभावित गांवों में माहौल ग़मगीन है और मातम सा सन्नाटा पसरा हुआ है। लोगों के सामने अपने घर और गांव पानी में डूबते जा रहे हैं। इन इलाकों की दो तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के हालात किस तरह त्रासदी में तब्दील हो गए है।
तस्वीरें खापरखेडा गांव की रहने वाली रंजना बाई की है। रुंआसा कर देने वाली ये तस्वीरें आपको परेशान कर सकती है। रंजना बाई के घर में कमर-कमर तक पानी भर चुका है। इस हाल में भी वो अपनी चौखट नहीं छोडना चाहती। उनके परिवार के लोग जान पर बन आने की इस हालत में उन्हें जबरिया घर से निकाल रहे हैं लेकिन वो दहाडे मारकर रो रही हों मानो उनका सबकुछ तबाह हो गया है।
रंजना बाई के पति हीरा लाल सरकारी कर्मचारी हैं। उन्हें पुनर्वास स्थल पर भी कोई प्लाट तक नहीं दिया है। सरकारी अफसरों ने उन्हें सरकारी कर्मचारी का हवाला देते हुए यह कहकर रवाना कर दिया कि वे अपात्र हैं।
इसी तरह दूसरी तस्वीर चिखल्दा के रहने वाले गजानंद की है। घर पानी में डूबा देख वे फट पड़े है। गांव के ही वाहीद भाई सीने से चिपकाकर उन्हें ढांढस बंधा रहे है।