एक्सपोज़ टुडे।
एबीवीपी और ज़िला प्रशासन व पुलिस का विवाद बढ़ता जा रहा है। पोरसा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं पर हुई एफइआर के विरोध में एबीवीपी ने सोमवार को जिलेभर में कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन व एसपी आशुतोष बागरी के पुतले फूंके। मुरैना में प्रदर्शन करते हुए एबीवीपी के पदाधिकारियों ने कहा कि, कलेक्टर-एसपी ने सुनवाई नहीं की तो जिले में हालात बेकाबू कर देंगे, कलेक्टर-एसपी जहां मिलेंगे वहां उनका घेराव होगा, एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने खून बहाने तक की चेतावनी प्रशासन को दे डाली। दूसरी तरफ कलेक्टर ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को धैर्य रखने की नसीहत दी है।
जिला मुख्यालय पर एबीवीपी का प्रदर्शन पुरानी कलेक्टोरेट के सामने हुआ। 20 से 25 एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एक पुतले पर कलेक्टर-एसपी के फोटो लगाकर उसे जलाया और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एबीवीपी के जिला संयोजक अर्जुन घुरैया ने कहा, हमारी तीन मांगे हैं। पहली मांग पोरसा में एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हुई एफआइआर को शून्य किया जाए, इसके अलावा पोरसा तहसीलदार नरेश शर्मा व टीआइ रामपाल सिंह जादौन को हटाकर उन पर कार्रवाई की जाए। इस दौरान अर्जुन घुरैया ने कहा, कि पूरे मुरैना में ऐसी स्थिति हो जाएगी कि कलेक्टर एसपी संभाल नहीं पाएंगे। कलेक्टर-एसपी ऐसा सोच रहे हैं कि एबीवीपी एक-दो बार धरना देकर शांत बैठ जाएगी, तो वह गलत हैं। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक विद्यार्थी परिषद ऐसे ही आंदोलन करती रहेगी। अगर खून बहाने की जरूरत पड़ी तो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उससे भी पीछे नहीं हटेंगे। मुरैना के अलावा पोरसा, अंबाह, जौरा, कैलारस, सबलगढ़, बानमोर आदि जगहों पर भी कलेक्टर-एसपी के पुतले फूंके गए हैं। इस प्रदर्शन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री धर्मेंद्र दांगी, नगर मंत्री सत्यादित्य तोमर,
दरअसल 17 फरवरी को बोर्ड परीक्षा के सेंटर के बाहर पोरसा तहसीलदार नरेश शर्मा ने एबीवीपी पूर्व नगर अध्यक्ष रमाकांत को पकड़ा और नकल कराने के आरोप में थाने भेज दिया। इससे गुस्साए एबीवीपी सदस्यों ने पोरसा थाने के सामने सड़क पर चक्काजाम कर दिया। इसी चक्काजाम मामले में 18 फरवरी को अंबाह थाने में एबीवीपी के पूर्व पदाधिकारी रमाकांत सहित संदीप सिंह, भूपेंद्र, रिषभ जैन, रौकी जैन, राहुल शर्मा, छोटू तोमर, राजा वर्मा व एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। एबीवीपी इसी मामले में पोरसा तहसीलदार नरेश शर्मा और थाना प्रभारी रामपाल जादौन पर कार्रवाई के लिए लगातार विरोध कर रहे हैं। एबीवीपी कार्यकर्ता ने 22 फरवरी को कलेक्टोरेट में धरना देकर जोरदार प्रदर्शन किया था। उस समय कलेक्टर ने जांच कराने के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया था, यह जांच छह दिन में भी पूरी नहीं होने पर एबीवीपी कार्यकर्ता आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए हैं।
जांच चल रही है।
मामले की जांच चल रही है, पोरसा तहसीलदार से भी जवाब मांगा गया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक एक पक्षीय कार्रवाई नहीं हो सकती। एबीवीपी कार्यकर्ताओं को जांच तक धैर्य रखना चाहिए, अगर कुछ गलत भी हुआ है तो एफआइआर मे खात्मा लग जाता है।
बक्की कार्तिकेयन, कलेक्टर