खरगोन। एक तरफ जहां इन दिनों नर्मदा का रौद्र रूप दिखाई दे रहा है। मुनादी पिट कर लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने की हिदायतें दी जा रही है। वहीँ दूसरी तरफ महेश्वर के जलमग्न घाटों पर एक रोमांचकारी खेल केनो सलालम के नेशनल खिलाड़ी उफनते पानी में करतब करते देखे गए है।
दरअसल महेश्वर में भारतीय कायकिंग एवं केनोइंग संघ द्वारा केनो सलालम कैंप लगाया है। जिसमें दो नेशनल कोच देवेंद्र गुप्ता और कुलदीप सिंह कीर की मौजूदगी में 17 नेशनल खिलाड़ी नर्मदा में आई भीषण बाढ़ के बीच प्रैक्टिस कर रहे हैं।
इस दौरान केनो सलालम के 17 खिलाड़ियों द्वारा अपनी बोट के साथ नर्मदा तट स्थित काशी विश्वनाथ घाट से लेकर अहिल्या घाट पर नर्मदा की तेज धार में लाईफ जैकेट और सुरक्षा के संसाधनों के साथ बोट चलाकर प्रैक्टिस की।
इस कैंप के माध्यम से ही स्पेन में 25 से 29 सितंबर तक आयोजित होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए सिलेक्शन किया जाएगा।
वर्तमान में ओंकारेश्वर बांध से लगातार पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। विश्व प्रसिद्ध अहिल्या घाट भी पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है। ऐसे में केनो सलालम के 17 नेशनल खिलाड़ी नर्मदा की तेज धार में प्रैक्टिस कर वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपना स्थान पक्का करना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है पूरे भारत में केवल महेश्वर में ही नर्मदा नदी स्थित सहस्त्रधारा में प्राकृतिक ट्रेक है जहाँ कई बार नेशनल गेम्स हो चुके है। पानी की तेज धार के बीच इस रोमांचकारी खेल को बढ़ावा देने के लिए कई निपुण खिलाड़ियों का कैंप के माध्यम से चयन किया जाता है।