इंदौर। निसर्ग तूफान से इंदौर संभाग पर पड़ने वाले असर को देखते हुए बुधवार को संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने संभाग के सभी जिला कलेक्टर को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी कलेक्टर को आकस्मिक आपदा प्रबंधन हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही खुले में रखे अनाज को ढकने समुचित व्यवस्था करने की बात कही है।
दरअसल चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि निसर्ग तूफान का असर मप्र के इंदौर और उज्जैन संभाग में भी रहेगा। इस दौरान 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से हवाएँ चलेंगी और गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी। कहीं-कहीं पर वर्षा 10 से 12 सेंटीमीटर से भी ज़्यादा होने की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने बिजली गिरने की संभावना जताई है।
इसको देखते हुए संभागायुक्त त्रिपाठी ने संभाग के सभी कलेक्टर से फ़ोन पर बात की है। उन्होंने सभी कलेक्टरों से आकस्मिक आपदा प्रबंधन हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए कहा है। वहीँ आवश्यकतानुसार गांवों में मुनादी कराने, ध्वनि विस्तारक यंत्र और सोशल मीडिया आदि के माध्यम से नागरिकों को अलर्ट करने के लिए भी कहा है।
संभागायुक्त त्रिपाठी ने कहा है कि कुछ ज़िलों में गेहूं एवं चने की ख़रीदी अभी भी चल रही है, ऐसी भी सूचनाएँ प्राप्त हुई हैं कि अभी पूरी तरह से गेहूं एवं चने का उठाव नहीं हो पाया है। ऐसी स्थिति में ख़रीदे गए अनाज को वेयर हाउस में रखवाया जाए एवं तिरपाल आदि से खुले में रखे अन्न को ढकने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।