एक्सपोज़ टुडे।
ग्वालियर क्राइम ब्रांच को एक युवती ने धोखे से ओटीपी मांगकर की नेट बैकिंग चालू कर एक लाख रूपये निकाले जाने एवं युवती के नाम पर सात लाख रूपये का लोन लेकर उसके अपने खाते में ट्रांसफर किये जाने की शिकायत की। युवती की शिकायत पर एडिशनल एसपी शहर-पूर्व/अपराध राजेश डण्डोतिया ने क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम से कराते हुए ठगों को कोलकाता से गिरफ़्तार करा लिया है।
आरोपियों की निशादेही पर पुलिस टीम ने उनके पास *31 डेविट कार्ड व क्रेडिट कार्ड, आठ मोबाइल फोन, क्यूआर कोड स्कैनर, थम्ब इम्प्रेशन मशीन, कार्ड स्वैप मशीन, 17,000 रुपये नगद* को बरामद किया जाकर विधिवत् जप्त किया गया। क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम द्वारा दोनों आरोपियों के बैंक खातो के स्टेटमेंट्स का अवलोकन किया जा रहा है साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि फरियादिया से बिना वैरीफिकेशन किये बिना उनको लोन किस प्रकार स्वीकृत किया गया। इस संबंध में भी दोनों आरोपियों से पूछताछ की जारही है।
क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम को जानकारी मिली की युवती के खाते से निकाले गये रूपये कोलकाता(प0बंगाल) के एक खाता धारक के खाते में ट्रांसफर किये गये है।सूचना पर से सायबर क्राईम टीम कोलकाता(प0बंगाल) के लिये रवाना हुई। पुलिस टीम ने कोलकाता(प0बंगाल) पहुंचकर आठ दिन तक आरोपियों की तलाश की गई।फिर पुलिस ने टीम दो आरोपियों को पकड़ लिया गया। पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होने बताया कि वह मूलतः बिहार के रहने वाले है व काफी समय से कलकत्ता में रह रहे है। दोनों आरोपी कलकत्ता व बैरकपुर में ऑनलाइन कियोस्क की दुकाने है। दोनों आरोपीगण फ्रॉड के जरिये ट्रांसफर की गई राशि को बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर अन्य आरोपीगणों को उपलब्ध कराया करते थे। आरोपियों की निशादेही पर पुलिस टीम ने उनके पास *31 डेविट कार्ड व क्रेडिट कार्ड, आठ मोबाइल फोन, क्यूआर कोड स्कैनर, थम्ब इम्प्रेशन मशीन, कार्ड स्वैप मशीन, 17,000 रुपये नगद* को बरामद किया जाकर विधिवत् जप्त किया गया। क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम द्वारा दोनों आरोपियों के बैंक खातो के स्टेटमेंट्स का अवलोकन किया जा रहा है साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि फरियादिया से बिना वैरीफिकेशन किये बिना उनको लोन किस प्रकार स्वीकृत किया गया। इस संबंध में भी दोनों आरोपियों से पूछताछ की जारही है।
लोन की स्कीम के नाम पर वारदात
अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रोटेक्शन स्कीम व लोन स्कीम के नाम पर ओटीपी लेकर खाते से आठ लाख रूपये निकाले जाना उल्लेख किया गया था। फरियादिया द्वारा बताया गया था कि उक्त व्यक्तियों द्वारा उसके बैंक खाते के जरिये लोन निकाल कर उसके अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया गया। इस पर से एसपी ग्वालियर के निर्देश पर क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम सेल द्वारा अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 53/22 धारा 420 भादवि 66(सी), 66(डी) आईटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना मे लिया गया था।