एक्सपोज़ टुडे।
इंटरनेट पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले ऐप मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस ने पूरे केस के मास्टरमाइंड को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए ओंकारेश्वर ठाकुर ने ही ‘सुल्ली डील्स’ नाम से ऐप तैयार की थी। लगभग 26 साल के ठाकुर ने पूछताछ में बताया कि ऐप मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने के इरादे से बनाई गई थी। दिल्ली पुलिस ने ठाकुर के सभी गैजेट्स जब्त कर इनवेस्टिगेशन के लिए भेज दिए हैं। यह इंदौर में बायपास पर बनी एक टाउनशिप में रह रहा था।
‘ग्रुप बनाकर मुस्लिम महिलाओं को किया बदनाम’
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटीजिक ऑपरेशंस, स्पेशल सेल) के अनुसार, ओंकारेश्वर ठाकुर ने इंदौर की आईपीएस एकेडमी से बीसीए की पढ़ाई की। उसने पूछताछ में बताया कि वह ट्विटर पर एक ग्रुप का हिस्सा था। ऐप बनाने का मकसद मुस्लिम महिलाओं को बदनाम और उन्हें ट्रोल करना था। मल्होत्रा ने कहा कि ठाकुर ने GitHub पर ऐप का कोड डिवेलप किया। फिर GitHub का एक्सेस ग्रुप के सभी मेम्बर्स को दिया। उसने ट्विटर अकाउंट पर भी ऐप साझा की थी। ग्रुप के सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड कीं।
सुल्ली डील्स ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं के फोटो ऑनलाइन जारी करने के मामले में पहली गिरफ्तारी हो गई है। दिल्ली पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से सुल्ली डील्स ऐप बनाने के आरोपी (SulliDeals app creator) ओंकारेश्वर ठाकुर को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस उसे अपने साथ दिल्ली ले गई है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने इसकी पुष्टि की है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ओंकारेश्वर ठाकुर ट्विटर पर उस ट्रेड ग्रुप का सदस्य था, जो मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करता था। माना जा रहा है कि ओंकारेश्वर ठाकुर से पूछताछ के बाद और नाम सामने आ सकते हैं।
इंटरनेट पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले ऐप मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस ने पूरे केस के मास्टरमाइंड को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए ओंकारेश्वर ठाकुर ने ही ‘सुल्ली डील्स’ नाम से ऐप तैयार की थी। लगभग 26 साल के ठाकुर ने पूछताछ में बताया कि ऐप मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने के इरादे से बनाई गई थी। दिल्ली पुलिस ने ठाकुर के सभी गैजेट्स जब्त कर इनवेस्टिगेशन के लिए भेज दिए हैं।