November 25, 2024

गुना में शिलालेख पर सांसद का नाम न लिखने पर अफ़सर का तबादला

एक्सपोज़ टुडे, गुना। पुरानी कहावत है दो सांडो की लड़ाई में हमेशा बागड का ही नुक़सान होता है। यह कहावत मध्य प्रदेश के गुना ज़िले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यक्रम में सच साबित हो गई। सड़क के उद्घाटन में बीजेपी सांसद का नाम शिलालेख पर नहीं लिखा गया। नाम न लिखने के निर्देश मंत्री ने ही अफ़सर को दिए थे। जब हंगामा मचा तो अफ़सर पर गाज गिरी और सस्पेंड कर दिए गए।

दरअसल गुना में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क जमरा से ग़ाज़ीपुर तक बन रही है। इसका उद्घाटन कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय बीजेपी सांसद के पी यादव का नाम शिला लेख पर नहीं लिखवाया गया। शीला लेख पर केवल नए नवेले भाजपा नेता राज्य सभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिंया, मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का नाम था। शिलालेख पर सांसद यादव का नाम न होने पर स्थानिय लोगों ने भी आपत्ति ली। इस आपत्ति के बाद ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक इंजीनियर हेमंत शिवहरे को निलंबित कर दिया गया। उन्हें ग्वालियर अटैच किया गया है।

पर्दे के पीछे की कहानी
गुना शिवपुरी सांसद डॉ के पी यादव ज्योतिरादित्य सिंधिंया को हरा कर ही सांसद बने हैं। यादव पहले सिंधिया के स्टाफ़ में थे। बाद में बीजेपी में शामिल हुए और सिंधिया के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ कर जीते भी। कुछ समय बाद सिंधिया कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आ गए। लेकिन दोनों के संबंध ठीक नहीं हुए।

सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने ही अफ़सर को शिलालेख पर सांसद का नाम लिखने से मना किया था और सिंधिया का नाम लिखवाया।

Written by XT Correspondent