शिवपुरी। मंत्रिमंडल में न लिए जाने से नाराज चल रहे पिछोर विधायक केपी सिंह ने रविवार को शिवपुरी में दाल-बाटी की दावत पार्टी दी। इस दावत पार्टी में केपी समर्थक नेताओं के अलावा कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेता भी बड़ी संख्या में पहुंचे। पूर्व के वर्षों में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक इस पार्टी में आने से परहेज करते थे लेकिन इस बार बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थक नेताओं की मौजदूगी इस पार्टी में रही। इसके अलावा केपी से सिंधिया समर्थक नेता मुस्कारते हुए बतियाएं और फोटो भी खिंचवाते देखे गए।
जबकि पूर्व के सालों में जो पार्टी हुईं हैं उसमें सिंधिया समर्थक नेता की मौजूदगी ज्यादा संख्या में नहीं रहती थी। लेकिन इस बार पुरानी परंपरा के विपरीत बड़ी संख्या में सिंधिया गुट के नेता यहां मौजूद रहे। केपी की दावत पार्टी में सबसे बड़ी बात यह रही कि पहले इस कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा की बात भी थी। लेकिन आनन-फानन में इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को निरस्त कर दिया गया। बताया जाता है कि पिछले दिनों केपी सिंह द्वारा बीजासेन मंदिर पर कमलनाथ सरकार के खिलाफ की गई बयानी को लेकर मीडिया के सामने मामला और न बिगड़ जाए इसलिए आनन-फानन में प्रेस वार्ता को टाल दिया गया।
सिंधिया की हार के बाद राजनीतिक परिवर्तन के संकेत तो नहीं-
केपी की दावत पार्टी में सिंधिया समर्थक नेताओं की मौजदूगी के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार के बाद इस संसदीय सीट पर आने वाले दिनों में राजनीतिक परिवर्तन होंगे। इसी की शुरूआत इस दावत पार्टी से हुई है।
यह सिंधिया समर्थक नेता पहुंचे दावत पार्टी में-
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ यादव, करैरा विधायक जसवंत जाटव, पूर्व विधायक महेंद्र यादव, कार्यकारी जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, प्रदेश महासचिव हरवीर रघुवंशी, सिद्धार्थ लढ़ा, केशव सिंह तोमर, पवन जैन, नरेंद्र जैन भोला, नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, महेश श्रीवास्तव, नीरज तोमर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के सिंधिया गुट के नेता इस दावत पार्टी में मौजूद रहे।