बालाघाट। एक पुत्र ने तीन साल तक अपनी ही मां को जंजीर में जकड़ कर रखा। पैरों में जंजीर होने के कारण महिला कहीं जाती तो उसे आधा झुककर ही चलना पड़ता। इसके कारण महिला को काफी तकलीफ भी होती थी। लांजी के एसडीओपी को जब सड़क पर चलते हुए महिला दिखाई दी तो उन्हें हैरानी हुई। बाद में एसडीओपी ने जंजीर तुड़वाई।
मामला बालाघाट के ग्राम पंचायत बेलगांव का है। यहां रहने वाली 65 वर्षीय महिला कैतिन बाई के पैरों में उसके बेटे विनोद ने पिछले तीन साल से जंजीर बांधी हुई थी। लांजी के एसडीओपी नितेश भार्गव ने जब महिला को झुककर चलते हुए देखा देखा तो उसे जंजीरों से आजादी दिलाई।
जंजीर से आजादी मिलने के बाद अब महिला सामान्य जीवन जी रही है। तीन सालों से जंजीरों में कैद होने के कारण महिला के पैरों में जंजीर के निशान भी बन गये है।
महिला को लेकर बेलगांव के सरपंच जयपाल परते ने बताया कि महिला के परिवार में एक पुत्र और उसकी पत्नी हैं। महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पुत्र ने महिला को जंजीर में इसलिए बांध रखा था ताकि वह गांव से बाहर न जा सकें।
फ़िलहाल लांजी एसडीएम वीरेन्द्रसिंह ने मामले में रिपोर्ट बुलवाई है। उन्होंने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि महिला की मानसिक स्थिति सही है या नही। जाँच के बाद जो भी मदद महिला को मिल सकेगी वह उपलब्ध कराई जायेगी।