बस्तर। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपाए लेकिन ग्रामीण इलाकों में पहुँचते-पहुँचते सरकार की सारी योजनाएं दम तोड देती हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है जहाँ अपाहिज पिता को अपनी बेटी को अस्पताल ले जाने के लिए ग्रामीणों के सहारे 7 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।
मामला पखांजूर के टेकामेटा गाँव है। पिछले 15 दिनों से चीनको बाई नाम की एक महिला बीमार हैं। लेकिन बारिश और गाँव तक सड़क और उफनते नालों पर पुल न होने के कारण उसे अस्पताल नहीं लाया जा सका। 15 दिनों तक बीमारी से तड़पने के बाद जब नाले का जलस्तर कम हुआ तो विकलांग पिता अपने बीमार बेटी को खाट पर लादकर ग्रामीणों के सहारे 7 किलोमीटर का सफर पैदल तय करके ऑटो तक पहुंचा।
इसके बाद ऑटो से पखांजूर के एक निजी अस्पताल में बीमार बेटी को भर्ती करवाया। जहाँ उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। क्षेत्र में ऐसी तस्वीरें इससे पहले भी कई दफ़े सामने आ चुकी हैं लेकिन राजनीतिक दलों के लिए राजनीति का महज एक मुद्दा होता है जिसका संवेदना से दूर दूर तक कोई नाता नही।