एक्सपोज़ टुडे, इंदौर।
व्यापारी के घर हुई करोड़ों की चोरी में उनकी छोटी बहू ही निकली मास्टर माइंड । भाई की मदद ससुराल में करा दी चोरी।
थाना चंदन नगर क्षेत्रान्तर्गत गुमास्ता नगर निवासी राहुल पिता कैलाश अग्रवाल के घर पर चोरी होने की सूचना जैसे ही पुलिस अधीक्षक पश्चिम इन्दौर महेश चंद जैन को मिली जिस पर तत्काल अति पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन – 2 प्रशांत चौबे, नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा बी पी एस परिहार एवं थाना प्रभारी चंदन नगर को घटना स्थल भिजवाया एवं स्वयं भी घटना स्थल पहुंचे।
उसके बाद घटना स्थल पर थाना चंदन नगर, थाना अन्नपूर्णा, थाना द्वारकापुरी के क्राइम स्कॉट को तत्काल बुलवाया गया,फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट, एफएसएल अधिकारी को भी बुलाया गया वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी चंदन नगर दिलीप कुमार पुरी द्वारा उक्त टीमों के साथ घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। घटना के संबंध में थाना चंदन नगर पर अपराध क्रमांक 836/2021 धारा 457,380 भादवि का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
फरियादी द्वारा बताया गया था कि उक्त वारदात में करीब 80 लाख का मश्रुका जिस में सोने, डायमंड, चांदी के आभूषण एवं नगदी चोरी गया है जो एक बहुत ही सनसनीखेज घटना होने से पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर मनीष कपुरिया व्दारा उक्त वारदात की गंभीरता से पता तलाश हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में चंदन नगर थाना प्रभारी दिलीप कुमार पुरी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए उक्त नकबजनी के माल मश्रुका की पतारसी हेतु 2 टीम गठित की गईं जिसमे एक टीम को घटना स्थल के आसपास के सीसीटीव्ही फुटेज चेक करने हेतु लगाया गया एवं दूसरी टीम को फरियादी के घर आने जाने वाले लोगों, नौकरानी , दूधवाला, कारपेंटर, ऑटोवाले आदि से पूछताछ करने हेतु निर्देशित किया गया ।
जिसके तारतम्य में टीम-1 द्वारा घटना स्थल के लगभग 2-3 किलोमीटर तक के सीसीटीव्ही कैमरों को खंगाला गया एवं टीम -2 द्वारा फरियादी के घर आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति, दूधवाला, काम करने वाली महिलाओं, जुगनू के ऑटो चालक एवं घर में दो दिन पूर्व काम करने वाले कारपेन्टरों से सघन पूछताछ की गई। सीसीटीव्ही कैमरे में दो व्यक्ति हाथ में हेलमेट लिए हुए फरियादी के घर के कुछ दूरी पर ऑटो खड़ा कर पैदल फरियादी के घर मे घुसते हुए एवं वारदात को अंजाम देकर बाहर निकलकर कुछ दूर चलकर ऑटो से जाते हुए दिखे जिसमें दोनों व्यक्तियों का सिर्फ हुलिया ही नजर आया साथ ही वारदात को मात्र 20 मिनट में ही अंजाम देना सामने आया इसके अलावा सीसीटीव्ही कैमरों में कुछ नजर नहीं आया ।
इसी हुलिए को आगे और कैमरों में देखने पर दशहरा मैदान तरफ दो लोगों को ऑटो से उतरकर एक्टिवा से बैठकर वापस जाते हुए पाया गया। उक्त दोनों लोगों के हुलिए को अन्य कैमरों से मिलान किया गया। पूछताछ में पाया गया कि फरियादी की पत्नी का भाई वैभव एक्टिवा से ही फरियादी के घर आता था उसके बाद चंदन नगर पुलिस ने फरियादी की पत्नी के भाई वैभव पर नजर रखना शुरू कर दी जिसमें वैभव का हड़बड़ाना स्पष्ट सामने आया। उसके बाद दिनांक 14.10.2021 को चंदन नगर पुलिस द्वारा मास्टरमाइंड बहूरानी के भाई वैभव पिता शंकरलाल उम्र 28 साल निवासी व्यंकटेश विहार एरोड्रम इन्दौर को लेकर आए एवं उसके बताए अनुसार उसकी दुकान पर काम करने वाले उसके साथी अरबाज पिता याकूब उम्र 19 साल निवासी मोमीनपुरा रावजी बाजार इन्दौर को तत्काल लेकर आए।
वैभव से पूछताछ की गई जिसमें वैभव द्वारा उक्त वारदात अपनी बहन के कहने पर अपनी दुकान पर काम करने वाले अरबाज के साथ करना बताई गई। वैभव के द्वारा बताया गया कि मेरी बहन बार बार मुझसे कहती थी कि मेरे जेठ जेठानी के पास ज्यादा संपत्ति है उन्होंने साकेत कालोनी में मकान भी ले लिया है मेरे पास कुछ नहीं बचा है शादी में भी मेरी जेठानी को मुझसे ज्यादा सोना चढाया गया। घटना दिनांक को भी मेरी बहन ने बोला कि भाई तुम मेरी मदद करो आज घर पर कोई नहीं है मैं अपनी सासु माँ को लेकर डॉक्टर को दिखाने के बहाने ले जा रही हूं तुम घर में से सोना एवं रुपये चुरा ले जाओ। मेरा सोना एवं सामान पैक रखा है जेठानी एवं सासु माँ के कमरे का लॉक तोड़कर चुराकर ले जाना।
आरोपी वैभव व उसके साथी के बताए अनुसार दोनों से लगभग 1 किलो 600 ग्राम सोने के आभूषण, लगभग 40 ग्राम डायमण्ड के आभूषण, लगभग 600 ग्राम चांदी के आभूषण व नगदी करीब 20,000रुपये, घटना में प्रयुक्त एक्टिवा क्रमांक MP09UU5340 सहित कुल मश्रुका लगभग 85 लाख रूपये का जब्त किया गया है। प्रकरण में मास्टरमाइंड बहूरानी फरियादी की पत्नी माधुरी को भी धारा 120बी भादवि के तहत उक्त प्रकरण में आरोपी बनाया गया है जिसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। उक्त सराहनीय कार्य में निरीक्षक दिलीप कुमार पुरी, उनि लोकेन्द्र सिंह खड़ेल, प्रआर पंकज सांवरिया, प्रआर अभिषेक सिंह पंवार, प्रआर कमलेश चावड़ा, आरक्षक होतम सिंह, आरक्षक धर्मेन्द्र राठौर एवं आरक्षक विजय कटारे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।