एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर के भंवरकुआं थाना क्षेत्र के भोलाराम उस्ताद मार्ग पर सब्जी का ठेला लगाने वाली महिला और उसके बेटे के साथ एक डाक्टर के आदेश पर उसके कर्मचारियों ने गुरुवार रात जमकर मारपीट की। ठेला पलट दिया और राजू पर चाकू से वार किया। मारपीट का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने डाक्टर को छोड़कर केवल एक कर्मचारी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
फरियादी राजू ने पुलिस को बताया कि वह आलू-प्याज का ठेला लगाता है। शुक्रवार शाम उसके और उसकी मां द्वारिकाबाई के साथ सर्वानंद नगर स्थित अनु अनायका क्लीनिक के संचालक डा. अनिल घई के कर्मचारियों ने जमकर मारपीट मारपीट की, वहीं महिला द्वारिका बाई का आरोप है कि गुरुवार रात वह अपने ठेले के पास खड़ी थी, उसी समय डा. घई अपने सर्वानंद नगर स्थित क्लीनिक पर पहुंचा, यहां उसने अपनी कार ठेले के सामने लगा दी।
इस पर आपत्ति लेते हुए द्वारिका बाई ने डा. घई से कार साइड में लगाने को कहा तो वह भड़क गया और महिला को जातिसूचक गाली-गलौज करते हुए क्लीनिक में गया और वहां से अपने चार कर्मचारियों को भेजकर द्वारकाबाई और उसके बेटे को जमकर पिटवाया और उनका ठेला पलटवा दिया। मारपीट में द्वारिकाबाई के बेटे राजू के हाथ में गंभीर चोट आई है।
मामले की शिकायत करने भंवरकुआं पुलिस थाने पहुंचे तो मां बेटे को काफी देर तक बैठाए रखा गया। पुलिस ने पहले राजीनामा करने का दबाव बनाया, लेकिन थाने पर भीड़ जमा होने के बाद पुलिस ने डा. घई के कर्मचारी यश के खिलाफ मामूली धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर थाने से छोड़ दिया, जबकि पीड़ित मां-बेटे को पुलिस ने रात तीन बजे तक थाने में बैठाए रखा। मामले में पुलिस ने डा. घई और अन्य को आरोपित नहीं बनाने, केस में सही धाराएं नहीं जोड़ने के विरुद्ध मां-बेटे ने हरिनारायणचारी मिश्र से मुलाकात कर शिकायत की है। मिश्र ने मामले में धाराएं बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।