भिंड-मुरैना। भारी बारिश के कारण कोटा बैराज डैम ओवरफ्लो हो गया हैं। इस कारण डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते भिंड और मुरैना जिले के तटवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है। भिण्ड के उदी मोड़ घाट पर पानी खतरे के निशान को पार कर 127.59 मीटर पर बह रहा है जबकि मुरैना के एनएच 3 पर बने राजघाट के पुराने पुल से 15 फ़ीट ऊपर पानी बह रहा है।
चंबल नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण मुरैना जिले में 150 से भी ज्यादा गाँव जबकि भिण्ड में आधा सैकड़ा गाँव बाढ़ की जद में आ गए हैं। बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए भिंड और मुरैना जिले में सेना की टुकड़ी भेजी गई हैं। सेना, एसडीआरएफ और पुलिस प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावितों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा हैं।
प्रशासन द्वारा लोगों के रहने खाने के लिए व्यवस्था की गई हैं। कई लोग अपने घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि 1996 के बाद चंबल नदी में यह स्थिति बनी है जब चम्बल का जलस्तर इस लेवल तक पहुंचा है।
जानकारी के मुताबिक वर्ष 1996 में चंबल का जल स्तर 128.36 पर पहुंचा था, जबकि उससे पहले 1971 में 128.06 तक जलस्तर पहुंचा था और इस बार अभी तक चंबल का जल स्तर 127.59 मीटर तक पहुंच चुका है।