इंदौर। रोजाना घंटों मशक्कत वाली ड्यूटी के बाद भी इंदौर पुलिस का एक जवान गरीब बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए जी जान से जुटा हुआ है। पुलिस जवान गरीब बच्चों को पढ़ाता है। खुद एसएसपी पुलिस जवान की इस पहल की तारीफ कर रही है।
हम बात कर रहे हैं इंदौर के द्वारकापुरी थाने में पदस्थ सिपाही संजय सावरे की। संजय पिछले चार सालों से लालबाग बस्ती में जाकर बच्चों को पढ़ा रहा है। उनका प्रयास है कि बच्चे गलत राह पर न चलें और पढ़-लिखकर भविष्य अच्छा बनाएं।
संजय के पिता चौकीदारी करते हैं, जबकि मां आंगनवाडी में काम करती हैं। संजय का बचपन काफी संघर्षपूर्ण रहा है। बचपन में संजय पढ़ाई के साथ-साथ गैरेज व अगरबत्ती कारखाने में काम किया करता था। एक साल पहले संजय का पुलिस विभाग में चयन हुआ और अब द्वारकापुरी थाने में पदस्थ है।
संजय चाहते है कि उन्होंने जो संघर्ष बचपन में किया वह इन बच्चों को न करना पड़े और सभी बच्चे स्कूल जाए। उन्होंने अपने अभियान को ऑपरेशन स्माइल नाम दिया है। संजय अपने वेतन में से ही इन बच्चों के लिए किताबें और बैग भी खरीदते हैं। शुरुआत में संजय के पास पढ़ने के लिए तीन से चार बच्चें आते थे। आज लगभग 50 बच्चों को संजय शिक्षा दे रहे है।
बीते दिनों जब एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र को सिपाही के प्रयास के बारे में जानकारी मिली तो वे भी अपनी मासूम बेटी मिष्ठी के साथ सिपाही की पाठशाला में पहुंच गई। पढ़ाई को लेकर एसएसपी ने जब बच्चों से सवाल पुछे तो उन्होंने सही सही उत्तर दिए इस पर एसएसपी ने सैनिक संजय की पीठ भी थपथपाई। एसएसपी ने संजय के नेक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि हर तरह से मदद दी जाएगी।