भोपाल। मप्र में हनीट्रैप के खुलासे के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है। अब यह बात सामने आई है कि हनीट्रैप के जरिए कमलनाथ सरकार के कई मंत्री और 28 विधायक टारगेट पर थे। इस बात के इनपुट जांच कर रही एटीएस को मिले हैं। यह मामला सामने आने के बाद शनिवार को कमलनाथ सरकार के केबिनेट मंत्री पीसी शर्मा ने बयान दिया कि महिलाओं के संगठित गिरोह के जरिए कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का प्लान था। पीसी शर्मा ने कहा कि भाजपा से जुड़ी महिलाओं के जरिए यह किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में गृहमंत्री बाला बच्चन के नेतृत्व में जांच चल रही है और कई खुलासे होंगे।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही हो रहे नए खुलासे
हनीट्रैप मामले में तीन महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है और नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि पकड़ी गई महिलाओं के जरिए कमलनाथ सरकार के कई मंत्री और कांग्रेस विधायकों को इस पर टारगेट रखा गया था। सूत्रों ने बताया कि इन महिलाओं के पास से मिले वीडियो में और कई मामलों का खुलासा होगा फिलहाल जांच एजेंसियां इसकी पड़ताल में जुटी हैं। सूत्र तो यहां तक बता रहे हैं कि इस मामले में भाजपा के पूर्व मंत्रियों का भी हाथ हो सकता है। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बयान देकर इसके संकेत भी दिए और उन्होंने कहा कि जांच में सारी बातों का खुलासा हो जाएगा। बताया जा रहा है कि यह पूरा संगठित गिरोह था जो बड़े नेताओं और अफसरों को अपने जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करता था। इस मामले का खुलासा करने में बड़ी भूमिका एटीएस की रही है।
मप्र के कई राजनेताओं की धड़कने तेज
हनीट्रैप मामले में खुलासे के बाद मप्र के कई राजनेता और आईएएस अधिकारियों की इस समय धड़कने तेज हैं। जांच में कई वीडियो व मोबाइल नंबर इस गिरोह के पास से मिले हैं। इसकी जांच से और भी कई जानकारियां इस गिरोह की पुलिस के पास आएंगी। इस समय राजनेताओं और अफसरों धड़कन तेज है जिनके वीडियो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कैद हैं। अब जांच एजेंसियों के नए खुलासे का इंतजार किया जा रहा है।