December 1, 2024

नाले ने छीनी ज़िंदगी, मौत के बाद भी अंतिम संस्कार के लिए 5 घंटे इंतज़ार

मंदसौर। बारिश के कारण नाले में पानी का बहाव तेज होने से बीमार दलित बुजुर्ग महिला को डॉक्टर के पास नहीं ले जाया जा सका। इलाज के आभाव में महिला ने दम तोड़ दिया। इसके बाद जब बारी महिला के अंतिम संस्कार की आई तो उसके लिए भी करीब पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ा। जब नाले में पानी का बहाव कम हुआ तो 4 से 5 फीट पानी में से शव यात्रा निकाली गई।

मामला मंदसौर के पास स्थित ग्राम नौगांवा का है। दो दिन पहले गाँव में रहने वाली बुजुर्ग महिला की तबीयत खराब हो गई। गाँव से बाहर जाने वाले रास्ते में नाला आता है। नाले में पानी का बहाव तेज होने के कारण महिला को डॉक्टर के पास इलाज के लिए नही ले जाया सका। अगली सुबह महिला की मौत हो गई।

इसके बाद महिला की शवयात्रा भी करीब 5 घंटे इंतजार करने के बाद बड़ी मुश्किल से लगभग 4 से 5 फीट पानी में से निकाली गई। अर्थी पानी से निकालते वक्त गाँव के लोगों का आक्रोश फुट पड़ा। इस घटना का वीडियो सामने आया है जिसमें गाँव के लोग पुल ना होने के कारण अधिकारियों और नेताओं से सवाल करते दिख रहे हैं।

वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर मंदसौर ने कहा कि वह जिला पंचायत से कहकर गाँव में पुल का निर्माण करवाएँगे। दूसरी तरफ स्थानीय भाजपा विधायक यशपालसिंह सिसोदिया ने कहा कि इस गांव में पुलिया की मांग उनके पास भी आई थी, लेकिन इस साल उनके पास बजट नही है।
बता दे कि गाँव के लोग सालों से पुलिया की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन आज तक किसी नेता या अधिकारी ने गाँव वालों की मांगों पर ध्यान दिया। हर साल नाले में पानी ज्यादा होने के कारण न तो डॉक्टर यहाँ आ पाते हैं और ना ही एम्बुलेंस। कई बार डिलीवरी के लिए भी महिलाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी तो किसी की मौत हो जाने पर शव को 15 से 20 घंटे घर में ही रखना पड़ता है।

भाजपा के नेता यशपालसिंह यहाँ से पिछले 10 वर्ष से विधायक है। आज जब यह मामला सोशल मीडिया में आई तो विधायक जी सफाई देते नजर आए, लेकिन मुद्दे की बात यह भी है कि विधायक जी इतने सालों से क्या कर रहे थे?

Written by XT Correspondent